क्यों दिवंगत एक्टर Puneeth Rajkumar के Funeral में शामिल नहीं हुए रजनीकांत, सुपरस्टार ने अब किया खुलासा…जानिए आखि़र क्या कहा रजनीकांत ने!

साउथ स्टार पुनीत राजकुमार के निधन से सिर्फ साउथ इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि बॉलीवुड भी शाक्ड था। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में एक्टर का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। एक्टर के निधन की खबर से पूरे भारत में शोक की लहर दौड़ पड़ी थी।

कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत ‘कर्नाटक रत्न अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। इस खास इवेंट में सुपरस्टार रजनीकांत और जूनियर एनटीआर भी शामिल हुए थे। इस दौरान रजनीकांत ने बताया कि वो दिवंगत एक्टर के अंतिम संस्कार में क्यों शामिल नहीं हुए।

हाल ही में साउथ एक्टर्स रजनीकांत बेगंलुरु में कर्नाटक राज्योत्सव अवार्ड फंक्शन में शामिल हुए थे। सुपरस्टार इस फंक्शन में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। वहीं, फंक्शन मे जूनियर एनटीआर भी बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। इवेंट में रजनीकांत और जूनियर एनटीआर व्हाइट कलर के कुर्ता और शर्ट में दिखाई दिए। इस इवेंट में दिवंगत एक्टर पुनीत राजकुमार को कर्नाटक रत्न अवार्ड से सम्मानित भी किया गया।

Photo Courtesy: Internet

वहीं, इस इवेंट में सुपरस्टार रजनीकांत ने अप्पू को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि वो एक्टर के अंतिम संस्कार में क्यों शामिल नहीं हो सके। रजनीकांत ने कन्नड़ में कहा कि, “कलयुग में, अप्पू (पुनीत) मार्कंडेय, प्रह्लाद, नचिकेता की तरह है। वह भगवान का बच्चा था। वह बच्चा कुछ समय हमारे बीच रहा। वह हमारे साथ खेले और हमें हंसाया। बाद में, वह बच्चा वापस भगवान के पास गया। उनकी आत्मा (आत्मा) हमारे साथ है।”

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अप्पू को याद करते हुए रजनीकांत इमोशनल हो गए। उन्होंने आगे कहा कि “मेरा ऑपरेशन हुआ था और मैं आईसीयू में था।” सुपरस्टार ने यह भी कहा कि अगर उन्हें पुनीत राजकुमार के निधन के बारे में पता होता, तो भी वह अपनी हेल्थ इश्यू की वजह से ट्रैवल नहीं कर पाते।

बता दें कि इवेंट में कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई भी मौजूद थे। उन्होंने घोषणा किया कि पुनीत राजकुमार की लाइफ पर एक चैप्टर कर्नाटक स्कूली सिलेबस में शामिल किया जाएगा। सीएम बोम्मई ने कहा कि, जो भी संभव होगा हम करेंगे। पुनीत राजकुमार ने ह्यूमैनिटेरियन वर्क के मामले में बेहतरीन काम किया है। पुनीत राजकुमार ने अपने ऑर्गेन दान किए थे। ये बहुत कुछ कहता है कि वह किस तरह के इंसान थे। इसके बाद कई और लोगों ने निधन के बाद अपनी आंखें डोनेट करने के लिए कदम बढ़ाया है।”

About शिवांकित तिवारी "शिवा"

शौक से कवि,लेखक, विचारक, मुसाफ़िर पेशे से चिकित्सक! शून्य से आरंभ...

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