80 से 90 के दशक की फिल्मों में खलनायक का किरदार निभाने वाले एक्टर गुलशन ग्रोवर लंबे समय से बॉलीवुड की दुनिया से दूर रहे है। बॉलीवुड में उनकी हर फिल्मों में उनका किरदार बेहद सराहनीय रहा है। कई यादगार किरदार निभा चुके गुलशन ग्रोवर को अपनी बेबाकी के लिए भी पहचाना जाता है। गुलशन ग्रोवर आखिरी बार अपनी शॉर्ट फिल्म ‘बज गई सीटी’ में नजर आए हैं। इसके बाद से वो गुमनामी की जिंदगी व्यतीत करने को मजबूर है।
लेकिन गुलशन ग्रोवर ने एक बड़ा खुलासा किया है कि फिल्म इंडस्ट्री में सीनियर एक्टर्स को काम न मिलने की वजह ऐसे शख्स को माना है जो इन्हें काम ना देने की वजह बन रहा है।
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में गुलशन ग्रोवर ने बताया, ‘जब मुझे शॉर्ट फिल्म ऑफर हुई तब मुझे खुद को साबित करने का एक बड़ा मौका मिला था। जुड़ा पाया क्योंकि यह एक ऐसे चोर की कहानी थी जिसकी उम्र ढल रही है. हो क्या रहा है कि जो लोग अब जवान नहीं रहे वह कई प्रोफेशंस में इस तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इसलिए मुझे यह एकदम सही चॉयस लगी।’
गुलशन ग्रोवर ने बताया कि अब इस इंडस्ट्री में सीनियर एक्टर्स काकोई महत्व नही रह गया है। उन्होंने कहा, ‘फिल्म उद्योग में भी, एक रुझान है. अनुपम खेर ने मुझे बताया कि कई प्रोडक्शन हाउसेस और कास्टिंग डायरेक्टर खास तौर पर मुकेश छाबड़ा जैसे लोगों सीनियर एक्टर्स को फिल्म में नहीं लेने का फैसला लिया है जो इंडस्ट्री में काफी लंबे समय से काम कर रहे हैं।
उन्होने अपने दिल का दर्द बताते हुए कहा -हम लंबे समय से इंडस्ट्री में हैं, किसी को लग रहा है कि किसी व्यक्ति की क्षमता कम हो गई है, तो आप शॉर्ट टर्म गेनर हैं.’ हालांकि उन्होंने माना कि वह जॉनर को चेंज करते रहे जिसकी वजह से उन्हें इस तरह के हालात का सामना नहीं करना पड़ा।