टी-20 विश्व कप में 35वें मैच के दौरान बांग्लादेश के विकेटकीपर नुरुल हसन ने विराट कोहली पर ‘फेक फील्डिंग’ का आरोप लगाया है।भारत ने बुधवार को बारिश से प्रभावित मैच (DLS) में बांग्लादेश को पांच रन से हराकर सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर कर दिया।मैच के बाद हसन ने दावा किया कि मैदानी अंपायरों का इस ओर ध्यान नहीं गया, ऐसा होता तो वे मैच जीत सकते थे।आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
जानिए क्या है पूरा मामला
यह घटनाक्रम बांग्लादेश की बल्लेबाजी के सातवें ओवर के दौरान हुई।नुरुल के अनुसार, कोहली ने कथित तौर पर ऐसा दिखाया जैसे उन्हें अर्शदीप सिंह से डीप से थ्रो मिल रहा हो।हालांकि, इस घटना पर किसी का ध्यान नहीं गया। मैदानी अंपायरों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की थी।उस समय बल्लेबाजी कर रहे लिटन दास और नजमुल शान्तो ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई।सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
नरुल का आरोप
नुरुल ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे को उठाया।उन्होंने कहा, “अंपायरों ने कोहली की हरकतों पर गौर किया होता तो नतीजा बांग्लादेश के पक्ष में जाता।”28 वर्षीय खिलाड़ी आगे कहा, “मुझे लगा कि जब हम बात कर रहे थे तो एक ‘फेक थ्रो’ था। यह पांच रन का जुर्माना हो सकता था और यह हमारे पक्ष में जा सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।”
देखिए नियम क्या कहता है?
इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउन्सिल(ICC) ने इस बारे में स्पष्ट नियम बना रखा है।खेल नियम 41.5 के अनुसार, बल्लेबाजी के दौरान किसी बल्लेबाज का जानबूझकर ध्यान भंग करना, धोखा देना या उसके खेल में बाधा डालना अनुचित खेल के अंतर्गत आता है।अंपायर के सामने इस प्रकार का मामला सामने आता है तो वह उस गेंद को ‘डेड बॉल’ घोषित कर सकता है, साथ ही गेंदबाजी टीम पर पांच रन की पेनल्टी भी लगाई जा सकती है।
बांग्लादेश को भारत ने पांच रन से हरा दिया था
एडिलेड ओवल में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 184/6 का स्कोर बनाया था।कोहली (64*) और केएल राहुल (50) ने जहां अर्धशतक जमाए, तो वहीं हसन महमूद ने तीन विकेट लिए।बारिश के बाद बांग्लादेश को 16 ओवर में 151 रनों का संशोधित लक्ष्य दिया था, लेकिन टीम 145/6 रन ही बना सकी।इस जीत के साथ ही भारत ने सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को और पक्का किया, वहीं बांग्लादेश के लिए रास्ते बंद कर दिए।