Mobile Wala Doctor: मिलिए ‘बारसूर के मोबाइल वाले डॉक्टर’ से जो अपने मरीजों को देते है मोबाइल फोन…

Mobile Wala Doctor: इन दिनों एक नाम जो बहुत सुनने में आ रहा है वो है ‘मोबाइल वाला डॉक्टर’ पर क्या आपके इस नाम के पीछे की कहानी पता है?

डॉ जीएसएस गणेश बाबू ( Dr GSS Ganesh Babu) उर्फ ‘मोबाइल वाला डॉक्टर’ एक अलग तरह के डॉक्टर है क्योंकि वह छत्तीसगढ़ में बस्तर के बारसूर के दूरदराज के स्थानों में परिवारों को अपने पैसों से खरीदे गए मोबाइल फोन उपहार में रहें है। मोबाइल फोन देकर संस्थागत प्रसव को प्रेरित करता है।

जी हां आपने सही सुना डॉ गणेश बाबू अपने मरीजों को मोबाइल दें रहें है पर सवाल है वह ऐसा क्यों कर रहें है? तो जवाब है वह ऐसा इसलिए कर रहें है क्योंकि संस्थागत प्रसव ( Institutional Deliveries) को बढ़ावा मिल सके।

मिलिए मोबाइल वाले डॉक्टर से :

59 वर्षीय चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पांच साल पहले बारसूर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ( Primary Health Centre- PHC) में एक महीने में केवल 10 डिलीवरी होती थी। डिलीवरी की इतनी कम संख्या के पीछे मुख्य कारण चेरपाल, तुमरीगुंडा, छोटेकरका, बड़े करका, मंगनार और बेदमा जैसे आसपास के गांवों की खराब सड़क की स्थिति थी।

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क्या होती है Institutional Delivery :

जिसके बाद उन्होंने इस क्षेत्र की महिलाओं को बुनियादी फीचर फोन उपहार में देने का फैसला किया। वह यूनिक इनिशिएटिव को बढ़ावा देने, Institutional Deliveries के बाद माताओं के बीच स्वस्थ प्रैक्टिसेज को बढ़ावा देने और नवजात शिशुओं का टीकाकरण कराने के लिए अनूठी पहल के साथ आए।

डॉ बाबू ने कहा कि दूर-दराज के इलाकों में गर्भवती महिलाओं को बुनियादी सुविधाओं वाले मोबाइल फोन दिए गए , जहां अस्पतालों तक तत्काल पहुंच नहीं थी। साथ ही आपको बता दें की Institutional Delivery से तात्पर्य ट्रेनेड स्वास्थ्य कर्मियों के मार्गदर्शन में मेडिकल इंस्टीटूशन्स में बच्चों को जन्म देने की प्रथा से है।

डॉ गणेश ने कहा :

पहले, डिलीवरी घर पर ही हुआ करती थी , जिसके कारण महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था । इस बीच, नवजात बच्चे को प्राथमिक आवश्यक उपचार और सावधानियों सहित कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ा, जिसके कारण कुछ मामलों में नवजात की मृत्यु भी हो जाती थी ।

“मोबाइल फोन उपहार में देने के पीछे मुख्य उद्देश्य डिलीवरी के बाद भी संपर्क में रहना था। चिकित्सा कर्मचारी महिला के संपर्क में रहते है और इस प्रकार मां और बच्चे दोनों को आवश्यक टीकाकरण और सावधानियां प्रदान की जाती है ।

काफी खुश है डॉ गणेश :

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “पहले प्रति माह डिलीवरी की संख्या लगभग 10 थी। अब, यह बढ़कर 30 से 50 हो गई है। इसलिए, मोबाइल फोन देना फायदेमंद साबित हुआ है और वे है इस चीज से काफी खुश है ।”

About शिवांकित तिवारी "शिवा"

शौक से कवि,लेखक, विचारक, मुसाफ़िर पेशे से चिकित्सक! शून्य से आरंभ...

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