ऑस्ट्रेलिया में आयोजित हो रहे टी-20 विश्व कप 2022 के 42वें मुकाबले में रविवार को भारत ने जिम्बाब्वे को 71 रनों से हरा दिया।इस शानदार जीत के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम ने दोनों ग्रुपों में सर्वाधिक आठ अंकों के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया।भारत ने पहले खेलते हुए 20 ओवरों में 186/5 रन बनाए, जवाब में जिम्बाब्वे 17.2 ओवर में 115/10 रन ही बना सकी।आइए आगे जानते हैं मैच में खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विश्लेषण।
लगातार फॉर्म में बरकरार सूर्यकुमार-
सूर्यकुमार यादव ने धमाकेदार पारी खेलकर भारत को मैच में आगे किया।उन्होंने 244 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए चार छक्कों की मदद से 25 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए।इस फॉर्मेट में भारत के लिए ये उनका 12वां अर्धशतक रहा।पारी के दौरान ही उन्होंने इस साल अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर के 1,000 रन पूरे कर लिए हैं।क्रिकेट से सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट में इस साल 1,000 रन बनाने वाले वे इकलौते बल्लेबाज हैं।
राहुल भी लौटे फॉर्म में ,दूसरा फिफ्टी लगाया-
शुरुआती मैचों में खराब फॉर्म के चलते आलोचना झेल रहे केएल राहुल ने शानदार पारी खेली।उन्होंने विश्व कप में लगातार दूसरा अर्धशतक जमाकर आलोचकों को जवाब दिया। उन्होंने 35 गेंदों में 51 रनों की लाजवाब पारी खेली।इस पारी में राहुल ने 145.71 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए तीन चौके और तीन छक्के जमाए।ये उनके टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का 22वां अर्धशतक रहा।भारत के विश्व कप अभियान के लिए इनकी फॉर्म काफी अहम रहेगी।
रोहित शर्मा की लय वापसी का अभी भी इंतज़ार
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट के बड़े मंच पर बल्ले के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं। जिम्बाब्वे के खिलाफ वह 13 गेंदों में 15 रन बनाकर चलते बने।इस विश्व कप के पांच मैचों (15, 2, 15, 53, 4) में वे अब तक सिर्फ 89 रन बनाए पाए हैं।टूर्नामेंट में उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ एकमात्र अर्धशतक (53) जमाया था।पिछले महिने प्रोटियाज के खिलाफ तीन टी-20 मैचों में उन्होंने केवल 43 रन बनाए थे।
किफ़ायती गेंदबाज़ी में भुवनेश्वर आगे-
अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने इस मुकाबले में किफायती गेंदबाजी करते हुए अपनी छोप छोड़ी।उन्होंने 3.70 की इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए तीन ओवर में केवल 11 रन खर्च किए।इस दौरान उन्होंने एक ओवर मेडन भी फेंकते हुए जिम्बाब्बे के बल्लेबाजों को दबाव में रखा।भुवनेश्वर टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वाधिक मेडन ओवर (10) फेंकने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं।