वो देव आनंद साहब का दौर था। जिनकी एक-एक चीज फैंस को अजीज थी। उनकी स्माइल, उनका चार्म, उनकी एक्टिंग, उनका ओहरा, उनकी अदा… कितना कुछ था। उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में जिस मुकाम पर देव आनंद साहब थे, वहां तक पहुंचने से पहले …
वो देव आनंद साहब का दौर था। जिनकी एक-एक चीज फैंस को अजीज थी। उनकी स्माइल, उनका चार्म, उनकी एक्टिंग, उनका ओहरा, उनकी अदा… कितना कुछ था। उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में जिस मुकाम पर देव आनंद साहब थे, वहां तक पहुंचने से पहले …